हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "उसूले काफी" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال رسول اللہ صلی الله علیه وآله
إِذَا التَبَسَت عَلَیکُمُ الفِتَنُ کَقِطَعِ اللَّیلِ المُظلِمِ فَعَلَیکُم بِالقُرآنِ.
हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व.ने फरमाया:
जब फितने अंधेरी रात के टुकड़ों की तरह तुम्हें घेर लें, तो तुम्हें चाहिए कि कुरआन को मज़बूती से थाम लो। (कुरआन ही तुम्हारी पनाहगाह है)।
उसूल काफी,भाग 2,पेज 600
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